इस मौके पर मंत्री डॉ अग्रवाल ने महाशिवरात्रि पर्व की शिव भक्तों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि भगवान शंकर सभी देवी-देवताओं में सबसे भोले है, भक्तों द्वारा सच्चे मन से मनोकामना मांगने पर शीघ्र पूरी करते हैं, इसके चलते उन्हें भोलेनाथ भी कहा जाता है।
डा. अग्रवाल ने कहा कि भगवान शिव को जगत का पालनहार कहा जाता है, जब समस्त सृष्टि के समय विपत्ति आती है तो भगवान शंकर उसका निदान करते है। उन्होंने कहा कि समुद्र मंथन के दौरान निकले जहरीले विष को भगवान शंकर ने ही पीकर अपने गले में ही रोक दिया था, इस कारण उनका नाम नीलकंठ भी पड़ा।
मंत्री डा. अग्रवाल ने कहा कि महाशिवरात्रि मनाने के पीछे का कारण यह भी है कि आज के दिन देवो के देव महादेव का विवाह माता पार्वती के साथ हुआ था। जिसे शिवभक्त आज भी धूमधाम से मनाते हैं।
इस मौके पर महाराज रामेश्वर गिरी, महंत विनय सरस्वत, जिला उपाध्यक्ष दिनेश सती, विकास तेवतिया, रमेश अरोड़ा, सचिन अग्रवाल, शिव कुमार गौतम, रेखा चौबे, अतुल पुंज, कमल अरोड़ा, बृजपाल राणा, किशोर गौड़, मालती, किरण, अनिता भारद्वाज, आशा शुक्ला, हरिराम अरोड़ा, माधवी गुप्ता, सीमा रानी, रूपेश गुप्ता सहित शिव भक्त उपस्थित रहे।