लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों के ऐलान से पहले उत्तराखंड कांग्रेस में हलचल तेज है। एक के बाद एक कई नेता छोड़कर जा रहे हैं बड़े नेता चुनाव लड़ने से इनकार कर रहे हैं इस संकट की घड़ी में कैसे पार्टी को एकजुट रखा जाए ? मजबूत रखा जाए ? ये चुनौती है वहीं अब प्रीतम सिंह से मिलने करन माहरा पहुंचे। यानी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष से मिलने मौजूदा कांग्रेस अध्यक्ष उनके घर गए।
क्या प्रीतम सिंह मान जाएंगे?
देहरादून में ये मुलाकात हुई और इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक प्रीतम सिंह को चुनाव लड़ने के लिए मनाने की कवायत हो रही है यानी प्रीतम सिंह जो बार-बार कह रहे थे कि वो लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे उनका अब आखरी मोमेंट में करन माहरा ने कोशिश की कि मनाया जाए ताकि प्रीतम सिंह टिहरी लोकसभा सीट से बतौर उम्मीदवार मैदान में उतरें। करन माहरा और प्रीतम सिंह के बीच हाल फिलहाल कई मसलों पर तनातनी भी दिखाई है सार्वजनिक तौर पर बयानबाजी भी हुई है लेकिन आज फिर करन माहरा प्रीतम सिंह से मिलने पहुंचे और अलग-अलग मुद्दों पर उत्तराखंड में संगठन आत्मक लिहाज से किस तरीके से पार्टी को मजबूत किया जाए और कैसे इस चुनाव को मिलकर एकजुट के साथ लड़ा जाए ताकि मुकाबले में रहा जा सके या फिर जीत हासिल की जा सके इसकी रणनीति बनाने की कोशिश की गई। अब देखना होगा कि करश माहरा की इस पहल के बाद प्रीतम सिंह मानते हैं चुनाव लड़ने के लिए या फिर नहीं मानते लेकिन कोशिश अभी जारी है और बहुत जल्द अब कांग्रेस की सीईसी की बैठक भी होनी है उम्मीद है कि जिसमें उत्तराखंड के उम्मीदवारों के नाम का भी ऐलान होगा।